रंग जाए तन रंग जाए मन रंगमई हुआ संसार...,
रंगे है गालियाँ और गलियारें, रंग की आई बहार...,
सातों रंग उड़े हर सु रंगीले तन मन और घर दुार...,
सातों सुरआज मिल कर गाएं फ़ागुन के बहार...,
सात सुरों और सात रंगों का संगम होली आयी...,
खेले रंग भर पिचकारी , होली आई होली आई...!!!
दीप
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