Tuesday 28 July 2015

मुश्क़िल है....



मौहब्बत का इरादा बदल जाना भी मुश्क़िल है...,
तुम्हें पाना भी मुश्किल, तुम्हें खोना भी मुश्क़िल है..!

उदासी तेरी  गवारा भी नहीं दिल को...,
तेरी ख़ातिर सितारें तोड़ कर लाना भी मुश्क़िल है..!

ज़रा ज़रा सी बात पे रूठ के बैठ जाते हो..,
तुम्हें तो हाल-ले-दिल बताना भी मुश्क़िल है..!!!

दीप

Author:

0 comments: