Thursday 9 February 2017

ये गम मेरा..


जीने को कहता है..,ये दिल पर क्या करू के ये गम मेरा..,
हर पल महसूस करता है..,दर्द ये दिल हमेशा ये गम मेरा..,

रुलाती है बीते पलों की याद..ये गम मेरा..,
कभी हँसता है खुशी में हर पल..,अब साथ है ये गम मेरा..,

समझ के भी सब नासमझ बना देता है..,ये गम मेरा..,
ना समझा कोई इस दिल की, जाने कौन समझेगा..,ये गम मेरा..,

दिए थे तुमने ही तो..,उस दिन मुझे ये गम मेरा..,
नॅम हुई है आँखे उस रात से मेरी..,और ये गम मेरा..,



कभी सहमा,कभी रोया..,कभी हंसा.., ये गम मेरा..,
कभी सहलाया मुझे.,तो कभी कभी संभाला ये गम मेरा..,

हर मायूसी पे दी लड़ने की हिम्मत मुझे..,बस गम मेरा..,
ज़िंदगी का आईना.., मुझको दिखाया इस गम ने..,

एक अटूट सा रिश्ता है जिससे.., सदा रहता है साथ ऐसे..,
सांसों में दम जब तक है...,वादा है रहेगा..,ये गम मेरा..,

 ..
दीप 

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