Saturday 28 February 2015

जिंदगी की क़िताब...


जिंदगी की जो क़िताब है...,ये क़िताब बुहत ही कमाल है...ये जिंदगी...,
कभी एक हसींन ख़वाब है...,तो कभी दर्द भरा अज़ाब है...ये जिंदगी...,
कभी उजली सुनहरी धुप है...,तो अगले ही पल ये बदले रूप है...,ये जिंदगी...,
हज़रों हाज़र चेहरे छुपाए हुए...,एक अनजानी पर्देदार है...,ये जिंदगी...,

जिंदगी की जो क़िताब है..., ये क़िताब बुहत ही कमाल है...,ये जिंदगी...,
कभी कुछ खो दिया...,तो कभी कुछ पा लिया..., जिंदगी...,
जो खो गया रो लिया...,जो पा लिया तो खुश हो लिए..., जिंदगी...,
कहीं छीन जाती है हर ख़ुशी...,तो कभी बेहिसाब मेहरबानियाँ है...,ये जिंदगी...,
कभी आँसुओ की दास्ताँ है...,लिखती तो कभी खुशियों का अम्बर है...,ये जिंदगी...,

कहीं बरक़तो की बारिश..., तो कहीं तिश्नगी बेशुमार है..., जिंदगी...,
जिंदगी की जो क़िताब है...,ये क़िताब बुहत ही कमाल है...,ये जिंदगी...,

दीप

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