Monday 21 March 2016

यादें...



यादोँ को भुलाने में..., कुछ वक़्त तो लगता हैं...,
आँखों को सुलाने में..., कुछ देर तो लगती हैं...!

भुला देना किसी को..., इतना आसान नहीं होता...,
दिल को समझाने में...,कुछ वक़्त तो लगता हैं...!


लोगों की भरी महफ़िल में..., जब कोई अचानक याद आ जाए...,
आँखों से बहते आंसू को छिपाना में...,कुछ देर तो लगती हैं...!

हो कोई जो जान से प्यारा..., हो जाए वो अचानक दूर...,
दिल को उसके जाने का...,यक़ीन दिलाने में वक़्त लगता हैं...!!!


दीप

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